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बिना डरे बात कैसे करे? How to talk Without Fear in hindi।

 नमस्कार मित्रों,आशा है आप अच्छे होंगे।और अपने आप का ख्याल रख रहे होंगे।
हो सकता है आप इस आर्टिकल को ही खोज रहे थे।
जी हां इस ब्लॉग में लोगो की जरूरत का ही आर्टिकल लिखा जाता है।यहां आपको बोहोत से जबरदस्त ज्ञान बढाने वाला आर्टिकल मिल जाएंगे।

तो खेर आते हैं टॉपिक पे।यहां हमने बिना डरे बात कैसे करे इसको विस्तार से चर्चा करने वाले हैं।
यहां हमने बोहोत से तरीके को बताए हैं जिससे इंसान में डर कम किया जा सकता है।

बिना डरे बात करना भी एक कला है। इस कला को सीखना हर एक के लिए जरूरी होता है जो कोई भी किसी बॉडी बड़े और देकर पद पर बैठना चाहते हो या फिर बिजनेस में अपना नाम करना चाहते हो उनको सबसे पहला काम ही है ही करना होता है कि बिना डरे हमें बात करनी है लोगों से आज इस आर्टिकल में हमने इसी के बारे में बताया है चलिए जानते हैं।

बिना डरे बात कैसे करे?

बिना डरे बात कैसे करे
Bina dare baat kaise kare!

अगर आप अभी युवा है यानी स्कूल या कॉलेज में पढ़ते हैं तो भी आपको यह आर्टिकल बहुत ही मदद कर सकता है।क्योंकि आप देखे होंगे जो स्कूल और कॉलेज के टॉपर होते हैं वह ज्यादातर टीचर से बात करने पर घबराते नहीं है। लेकिन अगर आप किसी ऐसे लड़के से कहेंगे जो पढ़ाई में उतना अच्छा नहीं है तो शायद वह बात करने से बचेगा।

 यही मैंने भी अपने स्कूल में देखा था।
 ऐसे में जो चीज होती है जिसके वजह से लोग बात नहीं करते इस मामले में वह है डर।हमें डर रहता है चाहे वह किसी भी चीज का हो।लेकिन बात नहीं करने का कारण बहुत बार डर भी होता है।
 
 तो हम इस आर्टिकल में इसी चीज के बारे में लिखने वाले हैं। वैसे हम यह नहीं बता सकते कि आप अपनी डर खत्म करके किसी को कुछ भी बोल दे।
  ऐसा इस आर्टिकल का उद्देश्य नहीं है।
  
बिल्कुल नहीं है!

बल्कि इस आर्टिकल का यही उद्देश्य मान लीजिए आप कोई इंटरव्यू देने जा रहे हैं तब आप कैसे बात करेंगे वह भी बिना डरे।उसी के ऊपर फोकस यहां किया गया है।या फिर आप किसी बिजनेस चला रहे हो तब आप कैसे अपने क्लाइंट से बिना डरे बात करेंगे। या फिर जैसे कि मैंने ऊपर बताया कि आप कैसे किसी टीचर से बिना डरे अपने सवालों को रखेंगे।यही इस आर्टिकल का मुख्य उद्देश्य है।तो चलिए कुछ बिना डरे बात करने के तरीकों के बारे में हम लोग पढ़ते हैं।

बिना डरे बात करने का तरीका


हमें बिना डरे बात करना उतना ज्यादा मुश्किल भी नहीं लगता।इसलिए हम ने इस आर्टिकल को लिखने का सोचा।यहां बहुत सी चीजें हैं जो आप अपना सकते हैं किसी से भी बिना डरे बात करने पर। तो चलिए देखते हैं उन चीजों को गहराई से।

गलत ना करें


डर तभी लगता है जब कोई गलती आपसे हो जाता है। वह गलती कुछ भी हो सकता है।अगर गलती हो गया है तो उसको सुधार ले ना कि उससे बढ़ाए। यह हो सकता है कि बात करते वक्त आपको उस गलती का एहसास हो और आप गलती की वजह से डर डर के बात करते हो। मान लीजिए आपने अपने क्लाइंट के लिए प्रोडक्ट में कुछ गलती कर दी थी पहले, अब उसी क्लाइंट से आप ज्यादा सप्लाई कर रहे हैं। तो आपको हो सकता है आप डर डर कर बात करें।लेकिन ऐसा ना करें।और गलती को सुधार ले। यह भी एक बहुत बड़ा कारण है कि लोग डर कर बात करते हैं तभी जब वह गलत कुछ करते हैं।

इसीलिए सबसे अच्छा है कि अपनी गलती को सुधार ले और खुल कर बात करना स्टार्ट करें।
 जब हम छोटे थे, स्कूल में हम देखा करते थे कि कोई अगर पहले किसी पढ़ाई में कुछ गलती किया हुआ हो तो वह टीचर से साहस करके कुछ पूछ भी नहीं पता था।ऐसे भी लड़के हैं। वह लड़के यही सोचते हैं कि मैंने गलती किया है, उस गलती को लेकर यदि कुछ टीचर ने कुछ बोल दिया तो।
 ऐसा उसकी मन में अंदर चलता रहता है। 

कुछ कुछ लड़के ऐसे हैं। ऐसे में कोई भी चीज को गलत अगर हो गया है तो उसको पहले जांच कर ले। कि गलत हुआ है फिर उसका गलती को सुधार ले।अगर नहीं सुधार सकते तो इसके लिए कोई डरने की जरूरत नहीं है।
 खासकर बात करते टाइम। इसीलिए बात करने के लिए वह भी बिना डरे आपको आपके अंदर कुछ गलती का एहसास नहीं होना चाहिए।

किताबे पढ़े,ज्ञान बढ़ाए


बिना डरे बात करने का सबसे अच्छा उपाय है कि आपकी किताब पड़े। आप अपने आप को अज्ञानी ना रखें। खुद को ज्ञानी बनाएं। हमारे पूर्वज कह गए हैं जब कोई अज्ञानी होता है तो उसी को डर लगता है।अगर किसी को सत्य ज्ञान है इसका मतलब वो कभी डर नहीं सकता।

 ज्ञान बहुत ही बड़ा चीज है। आप देखे होंगे जो बड़े पद पर बैठे होते हैं वह हमेशा किताबें पढ़ते हैं। मैं इसलिए नहीं कह रहा हूं कि वह इस कारण के लिए किताब पढ़ते हैं। लेकिन बोहोत से समस्या होता है जो किताबें पढ़ने से आपका सॉल्व हो जाता है।
 
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इस तरह बिना डरे बात करने के लिए आपको किताबें पढ़ना चाहिए। जी हां किताबें आपको ज्ञानी बनाएगा और आप देखेंगे धीरे-धीरे धीरे-धीरे आपकी आवाज में, आपकी पर्सनालिटी में ऐसा कुछ बिल्ड हो जाएगा जो लोग देखकर अट्रैक्ट होने लगेंगे। आपकी बातों,आपकी बॉडी लैंग्वेज सब कुछ finest हो जाएगा। यह होता है किताबें पढ़ने से। यह चीज आता है।

लेकिन आपको कौन कौन से किताबें लेना चाहिए?
आपको जो भी अच्छा लगता है आप उन सब किताबों को पढ़ सकते हैं।मैं ऐसा नहीं कह रहा हूं कि आप फोन से पढ़ सकते हैं।

 फोन बहुत ही छोटा होता है इसलिए उसमें आंखों की प्रॉब्लम हो सकती है,जब आप पढ़ते हैं तो गहराई से।किताब अच्छा रहता है। फिर आते हैं कि कौन सा पड़े?
  आप कुछ भी पढ़ सकते हैं।जैसे कि कुछ बड़े-बड़े उन लोगों की जीवन परिचय या फिर आप कुछ मोटिवेशनल बुक्स पढ़ सकते हैं।
 
 जिससे आप देखेंगे कि आपको बात करते वक्त धीरे धीरे धीरे डर कम लगेगा। यह 1 दिन में नहीं होगा। लेकिन धीरे-धीरे हो जाएगा।

ध्यान करे, जाप करें


जी हां मैं आपको ध्यान करने की और जाप करने को बोल रहा हूं।जी नहीं मैं आपको सन्यासी या साधु संत होने को नहीं बोल रहा हूं। लेकिन साधु संत या सन्यासी होकर बिना भी आप ध्यान करना और जाप कर सकते हैं।

ऐसा क्यों मैं कह रहा हूं?

 क्योंकि ध्यान करने से, जाप करने से आपके अंदर की डर खत्म हो जाता है।यह बहुत ही जबरदस्त उपाय है अपने आप के भीतर का डर को भगाने का। हर दिन एक परफेक्ट टाइम में जैसे कि ब्रह्म मुहूर्त में उठकर ध्यान और साथ-साथ जाप अगर किसी भी मंत्र का करते हैं तो यकीन मानिए आप 10 से 30 दिनों के अंदर अंदर कुछ अलग फील करेंगे। 
 
धीरे-धीरे भीतर की डर सारे खत्म होने लगेगा। आप यह खुद महसूस कर पाएंगे। और बात करने के वक्त आपको ज्यादा डर भी महसूस नहीं होगा। यह भी बहुत ही बड़ा उपाय है। जबरदस्त!

अब बात आता है कि आप क्या जाप करें।आप चाहे तो कुछ भी जाप कर सकते हैं। कोई भी मंत्र उठा सकते हैं। जैसे कि शिवजी का पंचाक्षरी मंत्र हो गया या फिर ओम का जाप कर सकते हैं आप या फिर आप हनुमान चालीसा पाठ कर सकते हैं।
 आप शिव तांडव स्तोत्रम पाठ कर सकते हैं। बहुत सारे हैं। आप उनको हर सुबह जाप कर सकते हैं।आप देखेंगे कि आपके अंदर का डर धीरे-धीरे खत्म होने लग रहा है।

हमेशा तर्कयुक्त बात करे


बिना डरे बात करने के लिए आपको सबके साथ बात करते रहना है।ऐसा नहीं कि आपको बात करने में डर लगता है तो आपका बात सबसे ना करें।ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए।

क्योंकि प्रॉब्लम को मिटाने के लिए प्रॉब्लम का सामना करना जरूरी होता है। इसलिए आप घर में या बाहर जिससे कि आप बात करते हो उससे खुलकर बात करें।

 ऐसा नहीं कि डर लगता है तो आप किसी से ना बात कर चुपचाप बैठ जाए।ऐसा नहीं करना है। इससे उल्टा चीजें होगा।
 
जबकि आप चाहे तो आप अपनी मां बाप भाई बहन या घर के किसी भी सदस्य से कोई भी किसी भी टॉपिक पर तार्किक वार्तालाप कर सकते हैं।यह बहुत ही फायदा भी पहुंचाता है। यह दिखाता भी है एक तरह से कि आपका कितना चेतना उदय हुआ है। इससे भी आप अपने डर को जो आप बात करने के समय अनुभव करते हैं वह धीरे-धीरे मिटा सकते हैं।

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बिना डरे बात करने से जुड़ी कुछ सवाल जवाब


1) क्या बिना डरे बात करने से लाभ होता है?
उत्तर:- जी हां।

2) बिना डरे बात कैसे कर सकते हैं?
उत्तर:- ऊपर दिए गए जानकारी को फॉलो करे।

3)बात हमेशा कैसा करना चाहिए?
उत्तर:- तर्क युक्त बात करना चाहिए।

4) English में बात करना कैसे सीखे?
उत्तर:- आप Youtube से सीख सकते हैं।

Conclusion


तो कैसा लगा आपको यहां बात करने से जुड़ी इस रोचक जानकारी को पढ़ कर।
बोहोत ही मज़ा आपको आया होगा।हमने इसे बोहोत ही जरूरी मान कर लिखा है।आशा है आपको ये आर्टिकल पढ़कर अच्छा लगा होगा।अगर सच में आप इस आर्टिकल को पढ़कर कुछ नए जानकारी पाए हैं या आपको ये आर्टिकल बोहोत ही सहयता की तो आप इस आर्टिकल सोशल मीडिया में जरूर शेयर करें ताकि और लोगो को भी ये जानकारियां आसानी से पता चल सके।

अगर आप ऐसे ही आर्टिकल सबसे पहले पढ़ना चाहते हैं तो आप SaRaisay को सोशल मीडिया में फॉलो कर सकते हैं(सोशल मीडिया के लिंक नीचे दिया गया है)।ताकि आपको हर एक ऐसे ही नई आर्टिकल के सूचना मिलता रहे।

तो आजके लिए इतना ही आपसे फिर मुलाकात होगा एक नए और Knowledgefull पोस्ट के साथ।तब तक के लिए खुश रहिए और मजे में रहिए।
                           जय हिंद
                                 बंदे मातरम