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Cement के संघटकों के बारे में विस्तार से।

 हेलो नमस्कार दोस्तों! आशा है आप अच्छे होंगे और अपने आप का ख्याल रख रहे होंगे। दोस्तों यह दुनिया अब कंक्रीट का जंगल बन चुका है। चारों तरफ सिर्फ कंक्रीट ही कंक्रीट दिखाई देते हैं।
 एक तरह से मॉडर्न युग के लिए अच्छा भी है। ऐसे में दोस्तों अगर आप इसके बारे में थोड़ा सा भी जानकारी नहीं रखते हैं,तो शायद आप कुछ भूप रहे हैं।

  क्योंकि आजकल चारों तरफ सिर्फ कंक्रीट ही दिखाई देते हैं।अगर आप गिनने बैठ जाए तो आपको पेड़ से ज्यादा कंक्रीट दिखाई देने लगेगा। ऐसे में सीमेंट के बारे में जानकारी रखना हर एक के लिए अनिवार्य हो जाता है।अगर आपसे कोई पूछ ले किस सीमेंट में क्या किया इनग्रेडिएंट्स इस्तेमाल किया जाता है बताएं? और अगर आप नहीं जानते हैं तो शायद आपको एक शर्मिंदगी महसूस हो सकती है।

 लेकिन दोस्तों आज के आर्टिकल आपको वह जानकारी पूरी तरह देने वाली है।आज हम सीमेंट के संगठक के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करने वाले हैं। दोस्तों यह जानकारियां बहुत ही विस्तार से होने वाला है। इसलिए अगर आप इस आर्टिकल को पूरी पढ़ते हैं तो शायद आपको बहुत से जानकारियां जानने को मिल जाए।

ऐसे मैं आपसे यही कहना है की जरूर आप इस आर्टिकल को आज तक पढ़े। ताकि आपको कोई भी कन्फ्यूजन ना रहे। तो चलिए जानते हैं सीमेंट के बनाने में क्या क्या इस्तेमाल होता है उसके बारे में।

सीमेंट के संघटक को लिखे?

सीमेंट का संघटक के बारे में
सीमेंट का संघटक के बारे में

बिना किसी भी जानकारी के आप सीमेंट के संघटकों के बारे में विस्तार से नहीं बता सकते। इसलिए यह आर्टिकल आपको लिए उन संघटक को विस्तार से बताने वाली है ।

 आजकल के जमाने में सीमेंट एक बहुत ही कीमती चीज है किसी एक आम इंसान के लिए। क्योंकि इसका प्रोडक्शन और पैकेजिंग के ऊपर बहुत ही ज्यादा ध्यान देना पड़ता है।

आपको बता दें कि सीमेंट की प्रोडक्शन, क्या-क्या चीजें इसमें शामिल रहती है यह सब इंडियन स्टैंडर्ड में लिखी गई बात को फॉलो करके ही बनाया जाता है।यानी ऐसा नहीं कि एक जगह पर सीमेंट एक है और वही सीमेंट अलग है। हां लिकिन अलग-अलग इनकी compounds को कम ज्यादा कर के अलग-अलग सीमेंट बनाया जा सकता है। लेकिन इसका रूलबुक एक ही है, इंडियन स्टैंडर्ड कोड।

जैसे कि आपको बताऊं तो अगर आप सीमेंट प्लास्टर का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो उसके स्पेसिफिकेशन आपको IS 1661 में मिल सकती है। इसी तरह हर सीमेंट की एक स्पेसिफिक IS कोड होता है। जहां उसके इनग्रेडिएंट्स के बारे में बहुत ही विस्तार से लिखी हुई रहता है। जी हां असल में सीमेंट बहुत तरीके का हो सकता है।आजकल सीमेंट को कार्यशैली के अनुरूप बनाया जा रहा है। ताकि अलग-अलग काम की पूर्ति हो सके। लेकिन अगर बात करें मुख्य सीमेंट की तो वह है एक पोर्टलैंड सीमेंट।

सीमेंट के संघटकों के बारे में


अगर बात करें मुख्य सीमेंट की तो उसमें बहुत सी चीजें को एक साथ मिलाकर बनाया जाता है। हालांकि दोस्तों बनाने की प्रक्रिया 2 तरीके का है।एक है dry process जिसे आजकल प्रयोग में लाया जाता है।और एक wet process जो पुराने जमाने में इस्तेमाल किया जाता था।

तो दोस्तों इस के मुख्य संगठक के नाम है
  •  लाइम (62-65%) 
  • सिलिका(17-25%) 
  • एलुमिना(3-8%) 
  • जिप्सम(3-4%)
  • आयरन ऑक्साइड(3-4%) 
  • मैग्नीशिया(1-3%) 
  • सल्फर(1-3%) 
  • Alkalies (0.2-1%) । 
दोस्तों जिसमें से प्रमुख लाइम,सिलिका और एलुमिना ही होती है।

इन संघटकों के मुख्य काम


Lime


यह सीमेंट में strength और soundness देती है।
अगर चुना ज्यादा मात्रा में हो तो यह अन्य संघटकों के साथ जुड़ता नहीं।और अगर चुना ऐसे ही मौजूद रहा तो सीमेंट को एक तरीके का expand कर देती है।जो अंतिम में बिखर जाता है।

और अगर चुना निर्दिष्ट मात्रा में से कम हो तो यह सीमेंट की strength को घटा देती है और जल्दी-जल्दी set हो जाती है।

Silica


 सिलिका भी चुना की तरह strength बढ़ाता है।लेकिन अगर ज्यादा मात्रा में हो तो वह एक तरीके का सेटिंग टाइम को बढ़ा देता है।

Alumina


एलुमिना क्विक सेटिंग प्रॉपर्टी देती है। लेकिन अगर ज्यादा मात्रा में हो तो यह सीमेंट को दुर्बल भी बना देता है।और आपको दोस्तों बता दे यहां की एलुमिना,उत्पादित क्लिंकर का ताप मात्रा भी घटाने की ताकत रखती है।

Gypsum


जिप्सम को सीमेंट में एक तरीके का एडमिक्सचर के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। जो सीमेंट की इनिशियल सेटिंग टाइम को बढ़ा देता है। यह सीमेंट में कैल्शियम सल्फेट के तौर पर उपस्थित रहती है।अगर सीमेंट में एक ज्यादा जिप्सम की मात्रा हो तो वह सीमेंट को unsound बना देता है।

Iron oxide


दोस्तों जो आप सीमेंट में रंग देखते हैं वह इसी संघटक का भूमिका है। जी हां दोस्तों आयरन ऑक्साइड सीमेंट में कलर देती है।ये Reddish Brown रंग देती है। और तो और दोस्तों सीमेंट के स्ट्रैंथ और हार्ड बनाने भी इसका भूमिका रहती है।


Magnesia


यह भी iron ऑक्साइड की तरह स्ट्रेंथ और रंग सीमेंट को मुहय्या कराता है। इसके वजह से सीमेंट में एक तरह का yellowish tint रंग रहती है।अगर दोस्तों ज्यादा मैग्नीशिया सीमेंट में मौजूद हो, तो वह सीमेंट को unsound बना देता है।

Sulphur


Sulphur सीमेंट में मुख्यत Soundness मुहाय्या कराता है।

Alkalies


अगर ज्यादा मात्रा में alkalies किसी स्ट्रक्चर पर होता है तो वह स्ट्रक्चर का फूला देने की क्षमता रखता है।और थोड़ा सा इसके वजह से धुंधला भी हो जाता है।आप देखे होंगे कभी कभी किसी सीमेंट से निर्मित स्ट्रक्चर में सफेद धब्बे भी पड़ जाता है। यह असल में इसी के वजह से होता है।जब alkalies पानी के साथ के साथ मिलता है तब इस तरह की सफेद मिट्टी का रंग जैसा धब्बा दिखाई देने लगता है। आपको बताते चलें ये सीमेंट पेस्ट की सेटिंग को भी बढ़ा देता है।


सीमेंट की इतिहास


ऐसा माना जाता है कि बेबीलोनियन लोग ही  वह पहले इंसान थे जो clay को सीमेंट जैसे पदार्थ के रूप में इस्तेमाल किए थे।पुराने समय में मोनुमेंट्स, स्पोर्ट्स घर और पूजा के स्थल  आपको लाइम के साथ इस्तमाल किया गया है देखने को मिलेगा।
ऐसा माना जाता है की एक रोमन साइंटिस्ट ही वह प्रथम थे जो चुना के बारे में विस्तार से जानते थे।

रोमान कल्चर में आज आपको बहुत से पुराने चीजें मिल जाएंगे,जो असल में सीमेंट जैसा पदार्थों से बना हुआ हो। दोस्तों हालांकि कहा जाता है यूके के जोसेफ asphedin ने पहली बार पोर्टलैंड सीमेंट 1824 में खोज निकाली थी।
1859 में आइसेक सी जॉनसन ने बाद में टेंपरेचर बढ़ाकर प्रयोग किया था।ताकि क्लिंकर बन सके।और वहां सीमेंट का एक नया रूप देखने को मिला।

 और बाद में धीरे-धीरे इंप्रूवमेंट होता गया। यूएसए,यूके,फ्रांस,जर्मनी में हर तरह के रिसर्चरों ने इस पर रिसर्च की। और आज जो हम सीमेंट इस्तेमाल कर रहे हैं वो उसी रिसर्च का जीता जागता फल है।

कुछ प्रमुख सीमेंट ओं के नाम


दोस्तों सीमेंट के बहुत से कंपाउंड को ज्यादा करके या फिर घटा करके बहुत से सीमेंट तैयार किया जा सकता है।

जी हां वह चार मुख्य कंपाउंड्स के नाम है ट्राई कैल्शियम एलुमिनेट, ट्राई कैल्शियम सिलिकेट, डाई कैलशियम सिलीकेट,और टेट्रा कैल्शियम एल्यूमिनो फेरेट।

 दोस्तों आपको यहां बहुत तरीके का सीमेंट देखने को मिलेगा। असल में दोस्तों इन चार कंपाउंड्स को ज्यादा करके या बढ़ा करके ही एक तरीके का यह सब सीमेंट बनाया जाता है।
 
 कुछ ऐसे सीमेंट के नाम है 
  • रैपिड हार्डेनिंग सीमेंट 
  • एक्स्ट्रा रैपिड हार्डेनिंग सीमेंट
  •  सल्फेट रेजिस्टिंग सीमेंट
  •  सुपर सल्फेट सीमेंट 
  • पोर्टलैंड स्लैग सीमेंट
  •  क्विक सेटिंग सीमेंट 
  • लो हिट सीमेंट 
  • आईआरएस टी40 सीमेंट 
  • हाइड्रोफोबिक सीमेंट
 
असल में दोस्तों यह सीमेंट अलग-अलग काम के लिए बना जाता है। क्योंकि हमें अलग-अलग परिस्थितियों में अलग-अलग सीमेंट का जरूरत पड़ती है इसीलिए इतने सारे सीमेंट को कंस्ट्रक्शन के दौरान इस्तेमाल किया जाता है।

सीमेंट के संघटक से जुड़ी कुछ सवाल जबाव


1)सीमेंट में मुख्य संघटक किसे कहां जाता है?
उत्तर:- lime,silica,alumina।

2)सीमेंट बनाने का कितने प्रोसेस है?
उत्तर:- दो मैथड।एक है wet process,और Dry process।

3)एक बैग सीमेंट का कितना volume रहता है?
उत्तर:- 0.0035 m³।

4) सीमेंट क्या बोहोत तरीके का हो सकता है?
उत्तर:- जी हां होता है।

5) सीमेंट का एक बैग कितना किलो का होता है?
उत्तर:- 50 kg का।

Conclusion


सीमेंट के कोन कोन से संघटक होता है,यह आपने पढ़े। दोस्तों यहां मैंने सीमेंट के बारे में बहुत ही डिटेल में बताने की कोशिश की है। और तो और अपने सीमेंट के संघटकों के बारे में विस्तार से पढ़े।ऐसे में शायद आपको अच्छा लगा होगा।

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तो आज के लिए इतना ही आपसे फिर मुलाकात होगा एक नए ओर knowledgefull पोस्ट के साथ।तब तक के लिए खुश रहिए,मजे में रहिए ओर हां अवश्य Mask पहने ओर अपने हाथ को बार बार sanitize करे।
                        जय हिन्द
                               बंदे मातरम