सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Wolf 1069 B क्या है?wolf 1069 b के बारे में विस्तार से।

 हेलो नमस्कार दोस्तों आशा है आप अच्छे होंगे और अपने आपका ख्याल रखे होंगे। दोस्तों आज का आर्टिकल बहुत ही मजेदार और जबरदस्त होने वाला है।जी हां आज हम बहुत ही बेहतरीन आर्टिकल आपके सामने प्रस्तुत करने वाले हैं। आपको आगे बढ़ने से पहले बता दे कि यह आर्टिकल विज्ञान की और तकनीक का एक आर्टिकल है।

जी हां दोस्तों आज यहां विज्ञान से जुड़ी हुई एक जबरदस्त चीज को जानने वाले हैं।हो सकता है आपको यह जानने में बहुत ही रोचक लगे। अगर आप इस चीज को पहले से जानते हैं या फिर आप इसके कहीं नाम सुने हैं तो आपको यह आर्टिकल जरूर पढ़ना चाहिए। कि हो सकता है इससे जुड़ी जानकारी पढ़ने से आपको बहुत ही जबरदस्त आनंद का अनुभूति हो।

wolf 1069 b क्या है यह तो हम जानने वाले हैं,लेकिन इस blog में आपको बहुत से और भी चीजों के बारे में बहुत से और भी categories इस आर्टिकल आपको पढ़ने को मिलेगा।अगर आप चाहते हैं।तो इस आर्टिकल को आप बुकमार्क करके रख सकते हैं। या फिर इस आर्टिकल को सोशल मीडिया में फॉलो भी कर सकते हैं।जिससे कि आपको नए आर्टिकल का पता रोल चलता रहेगा।
ऐसे में दोस्तों क्या है इसके बारे में जानने के लिए आप ये आर्टिकल बहुत ही बारीकी से अंत तक पढ़ते रहे।

wolf 1069 b क्या है?

wolf 1069 b क्या है?
wolf 1069 b क्या है?

आपका कीमती समय ना बर्बाद करते हुए यह बता देते हैं कि यह असल में पृथ्वी के जैसा ही एक ग्रह है। जी जानता हूं आपको यह जानकर शौक लगा होगा।लेकिन वैज्ञानिकों ने यह दावा किया है कि यह एक एक्सोप्लैनेट है।यानी पृथ्वी के जैसा ही एक ग्रह है। हमारे सौरमंडल में सिर्फ पृथ्वी ही ऐसा है जहां हम रहने और खाने और सांस लेने की सोच सकते हैं। सौरमंडल में हमारा ऐसा और कोई भी ग्रह नहीं है।

 लेकिन वैज्ञानिकों के उदाहरण सौरमंडल से कुछ दूर एक ग्रह मौजूद है। जो पृथ्वी के जैसा ही प्रतीत होता है। और इसे ही वैज्ञानिकों ने wolf 1069 b यह नाम दिया है।ये धरती से करीब 31 प्रकाश वर्ष दूर है।

wolf 1069 b विस्तार से


जर्मनी के प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर एस्ट्रोनॉमी (MPIA) की साइंटिस्ट डायना कोसाकोवाकी के द्वारा ये दावा किया गया हैं।

जानकारी देते हुए बताया कि यह अपने स्टार के चारों तरफ चक्कर काट रहा है।ठीक जैसा हमारा पृथ्वी सूर्य के चारो ओर चक्कर काट रहा है।वैज्ञानिक का दावा है की इसमें वायुमंडल होने की काफी संभावनाएं हैं। डायना ने कहा कि एग्जोप्लेनेट पर बहुत अधिक अल्ट्रावायलेट रेडिएशन की मौजूदगी नहीं है ऐसा लगता है। 
जो को वायुमंडल की मौजूदगी की और इशारा करता है। 

एस्ट्रॉनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स (Astronomy & Astrophysics) में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक Wolf 1069b आकार और भार में धरती के जितना ही पता चलता है। 

दोस्तों बड़ा अजीब चीज है इसके चक्कर लगाने पे।
ऐसा कहां जा रहा है की ये अपने तारे से बोहोत ही करीब हैं जिसके चलते यह अपने तारे का चक्कर 15.6 दिन में पूरा करता है। यानि धरती जो चक्कर 365 दिनों में पूर्ण करती है, वो इसको केवल 16 दिन में ही पूरा कर लेता है। 
जिसके चलते इसके समय के अनुसार अगर पृथ्वी में रहने वाले किसके उमर 80 साल है तो वहां वो करीब 1800 साल का होगा।क्यूंकि हमारे यहां 365 दिन में 1 साल,वहां 16 दिन में 1 साल।

हमारे पृथ्वी को जीतने रेडिएशन मिलता है उसका केबल 65% इस ग्रह अपने तारे से मिलता है।वो भी बहुत नजदीक होने के बाबजूद भी।जो को इसे थोड़ा रहस्यमई बनाती है। इसलिए इसकी सतह ठंडी बताया गया है। यह देखने में नारंगी रंग का है। 

 Research कर्ता के मुताबिक, रेड ड्वार्फ स्टार के गिर्द चक्कर लगाने वाले तारे पर जीवन पनप सकती है। भले ही वह धरती से ज्यादा पास रहकर अपने तारे का चक्कर लगा रहा हो। 

wolf 1069 b से जुड़ी रोचक जानकारी


  • ऐसा बताया गया है की ये धरती से मिलता जुलता एक ग्रह है।
  • यह अपने तारे के बहुत नजदीक है।
  • इस पर बहुत अधिक अल्ट्रावायलेट रेडिएशन की मौजूदगी नहीं है।
  • Wolf 1069b धरती से 31 प्रकाशवर्ष दूर स्थित है।
  • ये हमारे सौरमंडल में नही ,बल्कि पास के किसी सौरमंडल स्थित है।
  • यहां वायुमंडल हो सकता है ये दावा किया गया है।
  • इसका सतह गर्म नही बल्कि ठंडा बताया जा रहा है।
  • इस खोज को मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर एस्ट्रोनॉमी के वैज्ञानिकों ने अंजाम दिया है।
  • लाल बौने तारे की परिक्रमा कर रहा यह ग्रह।
  • सिग्नस तारामंडल में स्थित है ये ग्रह।

wolf 1069 b से जुड़ी कुछ सवाल जबाब


1) wolf 1069 b क्या है?
उत्तर:- पृथ्वी की तरह एक ग्रह है,ये बताया जाता है।

2) wolf 1069 b कहां है?
उत्तर:- कहां जाता है की धरती से ये 31 प्रकाशबर्ष दूर है।

3) wolf 1069 b जुड़ी सबसे रोचक चीज क्या है?
उत्तर:- ये अपने तारे बोहोत सामने हैं लिकिन फिर भी इसमें radiation उतना ज्यादा जाता नहीं है।कारण है की Red dwarf तारे के चारो ओर घूमता है।

Conclusion


दोस्तों आशा है आपको यह जबरदस्त जानकारी अच्छा लगा होगा ऐसे ही और जानकारी पढ़ने के लिए आप इस ब्लॉक पर जरूर आते रहें आपको बहुत ही बढ़िया-बढ़िया जानकारी पढ़ने को मिलेगा।

आशा है आपको ये आर्टिकल पढ़कर अच्छा लगा होगा।अगर सच में आप इस आर्टिकल को पढ़कर कुछ नए जानकारी पाए हैं या आपको ये आर्टिकल बोहोत ही सहयता की तो आप इस आर्टिकल सोशल मीडिया में जरूर शेयर करें ताकि और लोगो को भी ये जानकारियां आसानी से पता चल सके।

अगर आप ऐसे ही आर्टिकल सबसे पहले पढ़ना चाहते हैं तो आप SaRaisay को सोशल मीडिया में फॉलो कर सकते हैं(सोशल मीडिया के लिंक नीचे दिया गया है)।ताकि आपको हर एक ऐसे ही नई आर्टिकल के सूचना मिलता रहे।

तो आजके लिए इतना ही आपसे फिर मुलाकात होगा एक नए और Knowledgefull पोस्ट के साथ।तब तक के लिए खुश रहिए और मजे में रहिए।
                           जय हिंद
                                 बंदे मातरम