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सड़क कितने प्रकार का होता है? सड़क के इतिहास, निर्माण, महत्व आदि जानकारियां।

नमस्कार आप सबको!

एक नए ओर ज्ञानवर्धक आर्टिकल के साथ हाजिर हूं आपके समक्ष।

क्या आप जानते हमारे देश में Roads कितने प्रकार का होता हैं तथा कितने तरह के रोड से इंडिया में आम आदमी यातायात कर सकता है।

अगर आप इस आर्टिकल को खोले हैं तो शायद आप इसके उत्तर नहीं जानते।

आपको बता दू की इस आर्टिकल में आपको पूरी इंफॉर्मेशन सड़क के बारे में दीये जाएंगे।
जो आपके लिए काफी लिए फायदेमंद हो सकता है।

सड़क के बारे में खास कर इंडिया कि सड़क के बारे के इस आर्टिकल में चर्चा किया गया है।साथ ही साथ सड़क के महत्व आदि भी विस्तार पूर्वक इस आर्टिकल में आगे बताया गया है।
इसलिए अंत तक पड़ते रहिए ताकि पूरी जानकारी मिल सके।

Let's Start


सड़क : प्रकार, इतिहास, महत्व, निर्माण आदि जानकारियां

Sadak ke prakar,
Types Of Roads In Hindi
सड़क एक बड़ा ही जरूरी विषय है किसी भी देश के लिए।
सड़क चाहे छोटे हो या बड़े हर एक कि अलग अलग महत्व है।

किसी भी देश की Economy सड़क माध्यम पर पूर्णतः निर्भर होता है।

सड़क के निर्माण बोहोत ही एक रोमांचक विषय में से एक है।
आपको बता दे सड़क के निर्माण आदि पूर्णत Civil इंजीनियरिंग अन्तर्गत ही एक सब्जेक्ट है।हम आगे ओर भी इसके बारे चर्चा करने वाले हैं।

सड़क के प्रकार ओर बनाने का नियम जानने से पहले हमें सड़क परिवहन के बारे में संशेप जानकारी होना आवश्यक है।
तो सबसे पहले जानते हैं सड़क परिवहन आखिर होता क्या है।

सड़क परिवहन क्या है?


जिस भी परिवहन में जल ओर बायू के सहायता के बिना सिर्फ भूमि के सहायता से एक Road तथा सड़क या रेल के द्वारा एक से दूसरे जगह जाया जा सकता है चाहे वो Business,Comercial या खुद के लिए क्विं ना हो उसको सड़क परिवहन कह सकते हैं।

आज की युग में बोहोत से नए नए इन्वेंशन के द्वारा जल ओर बायु के माध्यम से एक से दूसरे जगह जाया संभव है।
लिकिन फिर भी सड़क परिवहन का महत्व किसी देश की बिकाश में बोहोत होता है।

सड़क परिवहन को जल ओर बायू के तुलना सबसे सुरक्षित माना जा सकता है।

ज्यादा से ज्यादा तथा चौड़ी उपयोग लायक Roads का होना सड़क परिवहन को ओर सहज ओर सरल बना देता है।

इन Roads आदि सड़क बनाने में एक खास सुशिक्षित वर्ग का जिम्मेदारी होता है।

जी हां में बात कर रहा हूं Civil Engineering कि।

ऐसे लाखों कंपनियां तथा कंस्ट्रक्टर हैं जो कॉन्ट्रैक्ट ले कर Road को बनाते हैं।

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साथ ही साथ इसके लिए Goverment बॉडीज भी बोहोत बने हुए हैं।

जिसमें सबसे बड़ा नाम NHAI यानी National Highway Authority Of India का होता है।

भारत में National Highway के विकाश में NHAI का महत्व बोहोत है।

भारत के सीमावर्ती इलाकों में सड़क बनाने से ले कर रख रखाव तक जिम्मेंदारी होता है BRO कि।

BRO यानी Border Road Organisation एक सरकारी संस्था है जो कि बोर्डर में कंस्ट्रक्शन के लिए मशहूर है।

ओर तो ओर भारत के राज्य में भी सड़क को विकसित करने के लिए सब राज्य की एक PWD यानी Public Works Department विभाग मौजूद होता है।जिससे राज्य में बनने वाली सड़कों को अच्छे से रख रखाब किया जा सके।

भारत जैसे देश में इकॉनमी के लिहाज से भिन्न भिन्न सड़कों के अलग अलग महत्व है।

सड़क कितने प्रकार का होता है?


भारत में सड़क के नेटवर्क बोहोत बड़ी ओर विस्तृत होने के कारण चाहे Goods सप्लाई हो या घूमना हो सब कुछ आज बोहोत ही आसान हो चुका है।
हालांकि अभी ओर भी जगह पर ओर सड़के त्यार होना बाकी है।

अगर सड़क के प्रकार के बात करे तो वैसे इसमें दो तरह के Roads सामिल है
1) Urban Roads
2) Non Urban Roads

इन Roads को भी ओर विस्तृत करके क्लासीफाइ किया गया है।
अगर Urban Roads कि बात करे तो इसके 5 भाग है।

Urban Roads में है


  1. Expressways 
  2. Arterial Streets 
  3. Sub-arterial Streets 
  4. Collector streets 
  5. Local Streets

अगर अब बात करे non-urban Roads कि तो इसके भी 5 भाग है।

Non-urban Roads में है


  1. National Highways(N.H) 
  2. State Highway (S.H) 
  3. Major District Roads (M.D.R) 
  4. Other District Roads (O.D.R) 
  5. Village Roads (V.R)

कुछ आंकड़ों के मुताबिक भारत में सड़कों में 2% ही National Highways है जबकि इसमें देश की 40% ट्रैफिक यातायात करता है,जो कि काफी रोमांचक है।

अगर देश की कुल State Highways कि बात करे तो ये करीब 1,37,119 km का है।
ओर Major District Roads का कुल संख्या 4,70,000 km है।

भारत में सड़क पहले कब बनाया गया था?


भारत में सड़क के इतिहास काफी पुराना है।भारत में सड़क के इस्तमाल पुरानी सभ्यताओं से शुरू हुआ था ऐसा दाबा किया जाता है।

क्योंकि मोहेंजदारो ओर हरप्पा खुदाई के बक्त करीब 3500 BC में Roads का Existence पता चला था।

सम्राट अशोक के समय सड़क कों काफी उन्नति भी हुई थी ऐसा बोहोत से सोर्स से पता चलता है।

मुगल काल में सड़क के हालात ओर भी ज्यादा उन्नत हो चुकी थी।बोहोत से मुगल बादशाह के द्वारा बोहोत से नए नए सड़क बनाए गए थे जो कि उस समय बोहोत ही उन्नत था। 

शेर शाह के द्वारा बनाया हुआ Grand Trank Road आज भी भारत में विख्यात है।

ब्रिटिश काल में भी सड़क परिवहन की काफी उन्नति हुई थी।

स्वाधीनता के बाद कमिटी ओर रिसर्च इंस्टीट्यूट बनने से इस कार्य और भी गति आयी।

ओर आज के समय में भारत विश्व की दूसरे सबसे बड़ा रोड नेटवर्क वाला देश(करीब 5.8 मिलियन km) है जो कि हर भारतीय के लिए एक गर्व का विषय बन चुका है।

सड़क का महत्व कितना है?


सड़क परिवहन के साथ जल परिवहन ओर बायू परिवहन की भी मजुदगी है,लिकिन सड़क परिवहन के जैसे सुरक्षित ओर सस्ता नहीं।

सड़क परिवहन में Rail भी आता है ओर भारतीय रेल के बारे में सब जानता ही है।
भारतीय रेल का महत्व हमारे देश में कितना है ये बोलनेकी जरूरत नहीं।

Roads भी सड़क परिवहन में उत्तम माध्यम इससे संदेह नहीं करना चाहिए।

चाहे Defence हो,Business हो या Commercial हर सेक्टर के लिए सड़क मुख्य अंश है।

सड़क का अहमियत क्या है ये आप भी अच्छी तरह से जानते हैं।
एक बाक्य में सड़क किसी भी देश के लिए एक जरूरी अंग है,जिसका होना जरूरी से भी जरूरी है।


सड़क के निर्माण कैसे होता है?


आप जितना भी सड़क चाहे वो NH हो या SH।
हर सड़क के बनाने के पीछे कुशल कारीगरी ओर मेहनत छुपा हुआ होता है।

एक km सड़क बनाने के लिए ही बोहोत से समय लग जाता है।

ये काम बोहोत से भाग में बांटा हुआ होता है।
जिसमें सर्वे,डिजाइन,मटेरियल का चुनाव,मटेरियल को बिछाना आदि कार्य करना पड़ता है।

बाद में सड़क बनने के बाद उसके रख रखाव के लिए बोहोत से काम करना पढ़ता है।ताकि सड़क किसी बाहरी जैसे Heat,घर्षण आदि से ज्यादा से ज्यादा समय तक टिके रह सके।

Conclusion


तो कैसा लगा आपको सड़क के बारे में ये ज्ञानवर्धक जानकारियां जैसे सड़क के प्रकार,सड़क के इतिहास,सड़क का महत्व,सड़क के निर्माण आदि को पढ़के।

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तो आजक लिए इतना ही आपसे फिर मुलाकात होगा एक नए ओर नॉलजफुल पोस्ट के साथ।तब तक के लिए खुश रहिए,मजे में रहिए।
                        जय हिन्द
                              बंदे मातरम