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अपना गोत्र कैसे पता करें?

 नमस्कार दोस्तों आशा है आप अच्छे होंगे और अपने आप का ख्याल रख रहे होंगे।दोस्तों आज के आर्टिकल बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाला है। आज हम बहुत ही बड़ी जानकारी को इस आर्टिकल में लिख रहे हैं।क्योंकि यह जानकारी हर सनातन धर्म से जुड़े इंसान को जरूर होना चाहिए।

 जी हां आप वैसे तो टाइटल पढ़ कर ही समझ गए होंगे कि हम किस चीज के बारे में बात करने वाले हैं।हम आज गोत्र के बारे में बात करने वाले हैं। गोत्र सनातन धर्म में एक बहुत ही बड़ा चीज है। किसी मनुष्य की गोत्र से बहुत चीजें पता चलती है।
  ऐसे में कभी-कभी हमें गोत्र का पता होना बहुत जरूरी होता है। हालांकि बहुत लोग होंगे, शायद आप भी होंगे जिनको अपने गोत्र का पता शायद नहीं हो।लेकिन कुछ उपाय है, जिसके चलते आप अपने गोत्र का पता लगा सकते हैं। आज हम उन सब उपायों के बारे में ही यहां चर्चा करने वाले हैं।
  
 जी हां आज हम गोत्र कैसे पता करें इसी के बारे में विस्तार से जानने वाले हैं।ऐसे में अगर आप इस आर्टिकल को पढ़ रहे हैं। तो जरूर अंत तक पढ़े। नहीं तो शायद आपको कोई कंफ्यूजन हो सकती है।

अपना गोत्र कैसे पता करें?

अपना गोत्र कैसे पता करें
अपना गोत्र कैसे पता करें!

दोस्तों अगर आप का धर्म सनातन धर्म है। यानी अगर आप सनातन धर्म को मानते हैं। तो आपको गोत्र का पता होना बहुत ही जरूरी है। गोत्र बहुत जगह इस्तेमाल होती है।खासकर किसी पूजा में गोत्र बहुत बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

 ऐसे में गोत्र का पता होना बहुत ही जरूरी हो जाता है। लेकिन आप का गोत्र क्या है यह पता करने से पहले आपको गोत्र के बारे में विस्तृत जानकारी होना आवश्यक है। इसलिए हमने इस आर्टिकल में गोत्र पता करने की तरीकों को बताने से आगे गोत्र क्या होता है उसके बारे में विस्तार से लिखें।
 
 दोस्तों हमने यह आर्टिकल थोड़ा बहुत research करके लिखी है। ऐसे में हो सकता है आपको आर्टिकल पढ़कर अच्छा लगे।तो चलिए पहले जानते हैं गोत्र क्या है।

गोत्र क्या है?


 'गो' अर्थात् इन्द्रियां, वहीं 'त्र' का मतलब 'रक्षा करना', अत: गोत्र का एक अर्थ 'इन्द्रिय को आघात से रक्षा करने वाले' भी होता है। जिसका स्पष्ट संकेत 'ऋषि' की ओर है। 

सनातन धर्म में गोत्र का अहमियत बहुत है।अगर आसान भाषा में समझे गोत्र किसी के पूर्वज कोन थे ये पता करने में मुख्य भूमिका निभाता है।
अगर आप ये सोच रहे हैं की किसी के पिता के पिता कोन थे? ये!

बिल्कुल नही।

असल में गोत्र हमे बताता है हम किसी ऋषि के वंश से है।
दोस्तों हम सब किसी न किसी ऋषि मुनि के संतान है।यानी हमारा पूर्वज ऋषि थे।
ऋषि मुनियों के नाम से ही गोत्र होता है यानी अगर किसी का गोत्र गौतम है तो इसका मतलब वो ऋषि गौतम जी के वंश के हैं।

पहले पहले सात ऋषि के नाम से गोत्र मिलते हैं।इन ऋषियों के नाम है अत्रि, भारद्वाज, भृगु, गौतम, कश्यप, वशिष्ठ, विश्वामित्र।बाद में अगस्त्य गोत्र भी जोड़ा गया।

अभी के समय में गोत्र के संख्या बोहोत हो चुका है।Internet के माने तो करीब 115 गोत्र अभी मौजूद है।

ऐसे में आप समझे की गोत्र एक तरीके से हमारा वंश परिचय है आप कह सकते है।गोत्र से हमे यह पता चल जाता है कि हम किस मुनि या किस ऋषि के बंश से है।

गोत्र पता करने का तरीका


जैसे कि मैंने पहले ही बताया कि सनातन धर्म में गोत्र का अहमियत बहुत है। ऐसे में कोई भी जो सनातन धर्म का व्यक्ति हो उसे अपने गोत्र का पता जरूर होना चाहिए। ऐसे में अगर आप अपने गोत्र नहीं जानते हैं तो क्या करेंगे,आज यही हम इस आर्टिकल में लिखने वाले हैं।

तो चलिए देखते हैं कि गोत्र कैसे-कैसे हम पता कर सकते हैं।

  • अगर आप अपने परिवार के साथ रहते हैं आपकी घर तथा आप अपने गांव में हैं तो आप किसी बड़े बुजुर्ग से अपने गोत्र का पता कर सकते हैं।क्योंकि परिवार का जो गोत्र होगा वही आपका भी गोत्र होगा।ऐसा नहीं कि आपकी गोत्र और आपके परिवार के गोत्र अलग-अलग होगा। हां यह हो सकता है आपके माता के घर के गोत्र अलग हो सकता है और आपके पिता के गोत्र घर के अलग हो सकता है।लेकिन आप अपने पिता या अपने दादा या घर के बुजुर्ग जो है उन्हीं से गोत्र का पता करें।   
  • अब मान लीजिए आपके घर में कोई बड़े बुजुर्ग नहीं है।या फिर ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो आपके परिवार के गोत्र के बारे में बता सके। तब आप एक काम कर सकते हैं अगर आप गांव में रहते हैं तो आप गांव के बड़े बुजुर्ग से पूछ सकते हैं। पहले के जमाने में लोग जानते थे कि किसका क्या गोत्र है।ऐसे में अगर गांव में कोई बड़े बुजुर्ग है तो आप उनसे पूछ सकते हैं।अगर वह जानते हैं तो आपको बता सकते हैं कि आपके परिवार का तथा आप का क्या गोत्र है।  
  • अब मान लीजिए गांव में भी कोई बड़े बुजुर्ग नहीं है तब आप क्या करेंगे? ऐसे में हो सकता है आपके घर में जो पूजा करने आता हो या आता था पहले उनको गोत्र के बारे में पता हो। क्योंकि पूजा करने में ही गोत्र का इस्तेमाल होता है। और हो सकता है यह की पुजारी या भी पुरोहित जो आपके घर में पहले पूजा करता था वह आपके परिवार के गोत्र के बारे में जानता हो। ऐसे में आप उनसे पूछ सकते हैं अगर ऐसा कोई पुरोहित आपके घर में पूजा करता था तो।

गोत्र न मिलने पर क्या करे


जैसे कि मैंने पहले ही बताया कि गोत्र का ज्यादा इस्तेमाल शादी बिहा या फिर किसी पूजा आदि रीति-रिवाजों में ही इस्तेमाल होता है।
 ऐसे में आप अगर अपनी गोत्र ना खोज पा रहे हैं या फिर आपको गोत्र पता नहीं है तो आप किसी भी ऐसे पुरोहित से बात कर सकते हैं जो गोत्र के बारे में अच्छी खासी जानकारी रखता हो।

  यानी उनसे आप पूछ सकते हैं कि गोत्र नहीं है ऐसे में क्या गोत्र रखें। या फिर गोत्र मुझे नहीं मालूम हो रहा है तो क्या गोत्र रखें। अगर ऐसे पुरोहित या पुजारी से आप पूछेंगे जो इसके बारे में जानता हो तो वह आपको जरूर इसके बारे में बता सकता है।

गोत्र पता करने से जुड़ी सवाल जवाब


1) क्या गोत्र पता किया जा सकता है?
उत्तर:- जी हां।

2) क्या गोत्र Online पता किया जा सकता है?
उत्तर:- जी नहीं।

3) गोत्र ना पता कर पाए तो क्या करे?
उत्तर:- ऐसे पुरोहित या पुजारी से इस बारे में चर्चा करे जो इसके बारे में जानते हो।

4) गोत्र कहां ज्यादा इस्तमाल होता है?
उत्तर:- मुख्यत शादी बिहा में या फिर किसी पूजा आदि में।

Conclusion


तो दोस्तों आशा है आप समझे की गोत्र कैसे पता किया जा सकता है। हमने यहां गोत्र पता करने के लिए जो जो चीजें आवश्यक हो सकता है उन उन चीजों के बारे में विस्तार से बताया है। आशा है आप को ये आर्टिकल पढ़कर अच्छा लगा होगा। हो सकता है आप इस आर्टिकल से कुछ ना कुछ नई जानकारी जरूर देखे होंगे।

ऐसे में आपसे यही कहना की अगर आपको ये आर्टिकल थोड़ा सा भी ज्ञानवर्धक लगा हो तो जरूर इसे सोशल मीडिया में शेयर करें।ताकि औरों को भी इसके बारे में पता चल सके।

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तो आज के लिए इतना ही आपसे फिर मुलाकात होगा एक नए ओर knowledgefull पोस्ट के साथ।तब तक के लिए खुश रहिए,मजे में रहिए ओर हां अवश्य Mask पहने ओर अपने हाथ को बार बार sanitize करे।
                        जय हिन्द
                               बंदे मातरम