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Taj Mahal कब बना था? जानिए ताज महल के बनावट ओर इतिहास के बारे में।

नमस्कार दोस्तो आप सबको SaRaisay का फ्रेश न्यू आर्टिकल में स्वागत है।आशा है आप कुशल मंगल होंगे ओर कोविड बचाव बिधियों को अच्छे से पालन कर रहे होंगे।

आज हम कुछ अलग विषय के बारे में जानेंगे जो इंटरनेट में ओर तो ओर सारा विश्व में बोहोत ही चर्चित है।

आज हम विश्व के 7 अजूबों में से एक अजूबों के बारे में चर्चा करेंगे ओर बोहोत से चीज जानेंगे।

क्या आप बता सकते हैं आज हम कोन सी चीज़ के बारे में जानेंगे।
जी हां आप जान चुके होंगे वो भी टाइटल पढ़के।

आज हम ताज महल के बारे में चर्चित प्रश्न के जवाब को गहराई से पढ़ेंगे।

ओर वो है आखिर ताज महल कब बनाया गया था?

ये इस ब्लॉग की कैटेगरी से थोड़ा अलग है।ये आर्टिकल लिखने के मकसद आपलोगो को जानकारी देना ही है।ऐसे में ताजमहल के बनने का समय जानने के लिए इस पोस्ट को अबश्य पूरा पढ़े।


Taj mahal बनने का समय : ताज महल की इतिहास

ताज महल कब बना था, ताज महल कब बनाया गया था
Taj Mahal बनने के तारीख

Taj mahal दुनिया के 7 अजूबों में एक है।ये एक ऐसा मकबरा है जिसे देखने के लिए विदेशी लोग India में हर साल आते है।

इसके बनाने वाला शाहजहान था जो अपनी बीबी मुमताज़ महल के याद में इसे बनाने के लिए अरबों रुपए की खर्चा की थी।

ताज महल के विषय के लोग कहते हैं कि इससे जितने दूर जाया जाता है उतना ही ये अपनी ओर आकर्षित करती है।

हालंकि अगर आप ताज महल कभी गए होंगे तो इसे महसूस किए होंगे।

इतिहास में ऐसा मकबरा पहले कभी नहीं देखा गया था।

इतना सुन्दर मकबरा बनाने में बोहोत ही समय ओर मेहनत दोनो ही सम्पूर्ण रूप से लगा था जो हम इतिहास से देख सकते हैं।

ताज महल कब बनाया गया था?


Taj mahal कि मुख्य रूप से बनाने का काम 1631 में शुरू किया गया था ओर आप जानकर हैरान होंगे इसे पूरी तरह से बनकर त्यार होने में 22 साल लग गए थे।

बताते चले कि ताज महल के गुंबद को बनाने में करीब 15 साल लग गए थे ओर बाकी का Structure को बनाने में 7 साल की समय लगा था।

ताज महल करीब 42 एकर में फैला हुआ है।
जो कि पूरा होने में 22 साल लगा था।ऐसा कहां जाता है कि 1653 में ताज महल पूरी तरीके से बनकर त्यार हो चुका था।

यमुना के तट पर स्थित ताज महल के पास चार मिनारे भी इसी समय बनाया गया था।

Taj mahal कि बनावट से जुड़ी कुछ जानकारियां


ताज महल एक तरह से एक ऐसा Structure है जिसे देखने के लिए लोग दुनिया के कोने कोने से यहां आते हैं।

जितना ताज महल सुंदर है उतना ही इसके बनावट रोमांचक है।ताज महल बनने से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां नीचे दिए गए है जो आपको जरूर जानने चाहिए

ताज महल को कितने लोगो ने मिलकर बनाया था?


ये आप हैरान हो जाएंगे सुनकर।क्योंकि विश्व के सबसे सुंदर मकबरा ताज महल को बनाने में करीब 20000 लोगो की मेहनत थी।

जी हां ताज महल को 20000 लोगो ने मिलकर बनाया था।

ओर तो ओर हाथियों को ताज महल के निर्माण में सामिल किया गया था।करीब 1000 के संख्या में हाथी ताज महल को बनाने के काम में लगाया गया था।खास तर पर हाथियों के द्वारा संगमरमर के पत्थरों को एक जगह से दूसरी जगह ले कर जाया जाता था।

कई चरणों में हुआ ताज महल के निर्माण में करीब 20000 श्रमिक ओर 1000 के संख्याओं में हाथियों को सामिल किया गया था।

ताज महल को बनाने में प्रमुख योगदान किसका था?


वैसे देखा जाए तो 20000 श्रमिक ओर 1000 हाथियों का ही प्रमुख रोल था।लिकिन ताज महल की डिजाइन बनाने के पीछे उत्साद अहमद लाहौरी का नाम जोरो शोरो से लिया जाता है।उस्ताद अहमद लाहौरी एक शिल्पकार थे।

आपको बता दे की बोहोत से कुशल कारीगरों को विदेशों से बुलाया गया था जिसमें उस्ताद अहमद लाहौरी प्रमुख थे।

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विदेशो से आए 37 दक्ष कारीगरों के देखरेख में ये 20000 श्रमिक काम करता था।
ओर जिसमें शिल्पकार उस्ताद अहमद लाहौरी ताज महल के निर्माण के प्रमुख थे।

उस्ताद अहमद लाहौरी एक पर्सियन थे ओर उन्हें ईरान से खास कर ताज महल के लिए बुलाया गया था।

Taj mahal अन्य प्रमुख संरचना से क्यों अलग है?


ताज महल के सुंदरता है इसे विश्व के सारे संरचना से अलग ओर यूनीक बनाता है ये तो हर कोई जानता ही है।

लिकिन इसके बनावट में ओर एक खास बात है जो ज्यादातर लोगों को पता नहीं है।

असल में ताज महल के Foundation एक खास तरह का लकड़ी से बनाया गया है।
इस लकड़ी को जितनी जितनी नमी मिलती जाती है ये उतना मजबूत होता जाता है।

ओर यमुना के तट पर ताज महल स्तिथ होने के कारण ताज महल के नीचे लकड़ी को नमी यमुना नदी से मिलती रहती है जिसके बदौलत ये साल दर साल मजबूत होता जाता है।

ताज महल के बनावट में एक और रोचक तथ्य है जिसे आप भी शायद इसके फोटो में या सामने से देखे होंगे।
आप शायद देखे होंगे कि ताज महल के बाहर चार कोनो में स्तिथ मीनारें थोड़ा बाहर की ओर झुका रहता है।

ऐसा क्यों?

असल में किसी भी भूकंप होने पर मीनारें ताज महल के ऊपर ना गिरे इसलिए चार मीनारों को बाहर की और झुकाव दे कर बनाया गया है।

ताज महल में कितने तरह का पत्थरों का इस्तमाल किया गया है?


ये तो आप जानते ही होंगे कि ताज महल को संगमरमर के पत्थरों के द्वारा बनाया गया है।

करीब 28 किस्म के पत्थरों को ताज महल के निर्माण में प्रयोग किया गया था।
ये पत्थर तिब्बत, मिश्र, ईरान, अफगानिस्तान,इराक, रुस आदि देशों से भारत में लाया गया था।

इन पथोरों का चमत्कार हैं कि ताज महल दिन कि सूर्य की रशनी के उपस्थिति में सफेद ओर रात की चंद्रमा के रशनी में सुनहरा दिखता है।

ताज महल से जुड़ी कुछ कुछ सवाल ओर जवाब


1) ताज महल कब बनाया गया था?


उत्तर:- ताज महल का निर्माण करीब 1631 में शुरू हुआ था ओर 1653 में इसका निर्माण का सारा काम सम्पूर्ण हो गया था।

2) ताज महल किसके याद में बनाया गया था?


उत्तर:- इसे शाहजहान के पत्नी मुमताज़ महल के याद में बनाया गया था।

3) ताज महल को कब UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट में सामिल किया गया था?


उत्तर:-1983 में इसको UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट में सामिल किया गया था।

4) ताज महल निर्माण में प्रमुख भूमिका किसका था?


उत्तर:- उस्ताद अहमद लाहौरी का प्रमुख भूमिका था ताज महल का निर्माण में।

5) ताज महल कहां स्तिथ है?


उत्तर:- ताज महल उत्तरप्रदेश की Agra शहर में स्तिथ है।

6) ताज महल कितना ऊंचा है?


उत्तर:- ताज महल करीब 73 m यानी 240 ft ऊंचा है।

Conclusion


आशा है आप ताज महल को कब बनाया गया था यानी ताजमहल के निर्माण के समय को जान चुके होंगे।

इस पोस्ट में ताज महल के बारे में ओर भी बोहोत सारी जानकारियां दी गई है जो शायद आपको पसंद आया होगा।

आशा है अब आप ताज महल कब बना था ये याद रखेंगे।

अंत में आपसे यही कहना की अगर आपको ये आर्टिकल थोड़ा सा भी ज्ञानवर्धक लगा हो तो जरूर इसे सोशल मीडिया में शेयर करें।ताकि औरों को भी इसके बारे में पता चल सके।

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तो आज के लिए इतना हो आपसे फिर मुलाकात होगा एक नए ओर knowledgefull पोस्ट के साथ।तब तक के लिए खुश रहिए,मजे में रहिए ओर हां अवश्य Mask पहने ओर अपने हाथ को बार बार sanitize करे।
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