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Backlink क्या है?Dofollow ओर Nofollow बैकलिंक क्या होता है?बैकलिंक क्यूं जरूरी है?

नमस्कार दोस्तो एक fresh new आर्टिकल में आपका स्वागत  है।

जी हां दोस्तो आज हम Backlink के बारे में समझने वाले है।

वैसे तो Title पढ़कर पता लगा ही लिए होंगे।

दोस्तो SEO में बोहोत से चीजें सामिल है जो हमारी ब्लॉग या वेबसाइट को Rank कराने में मदद करता है।

SEO करने के लिए मैंने अलग से एक आर्टिकल लिखे हैं,आप चाहे तो उसे एकबार जरूर पढ़ सकते हैं।
यहां पढ़े> SEO कैसे करे।

SEO में ही ये Backlink को भी रखा गया है।

Backlink का नाम आप शायद Off Page SEO में सुने होंगे।

मतलब ये कि आपको ये चीज अपनी ब्लॉग ता आर्टिकल के बाहर ही करना होगा जिससे आर्टिकल Rank हो सके Google या किसी सर्च इंजन में।

लिकिन मन में सवाल आता है कि Backlink आखिर होता क्या है।

तो इसके जवाब आपको इस आर्टिकल में मिल जाएगा।

जी हां!
 
Backlink के बारे में  हम आगे चर्चा करने वाले है,जो शायद आपको कुछ जानकारी दे सकता है।

Let's start


Backlink:विस्तारपूर्वक A टू Z जानकारी

Backlink kya hai,backlink कितने तरह की होता है
Backlink:A to Z जानकारी

आजकल के लोग जो इस ब्लॉगिंग कि क्षेत्र में नए आ रहे हैं वो ज्यादातर लोग इस Backlink के बारे में नहीं जानते होंगे।

वैसे आजकल बोहोत से Blogger ऐसे है जो Backlink के बारे में जानते हुए भी इसे उतना तबोज्जो नहीं देता।

अगर SEO के दृष्टि से देखे तो Backlink एक पेड़ कि बीज के तरह ही है जिसको एकबार बो देने के कुछ समय के बाद ही पेड़ से फूल ओर फल दोनों ही आपको मिल जाता है।
ठीक उसी तरह Backlink को एकबार बनाने से आप Traffic ओर रैंकिंग दोनों ही आप पा सकते हैं।

लेकिन रुखिये!

बीज बोने से पेड़ बनना ओर पेड़ से फल की प्राप्ति होने में आपको समय लग सकता है।
ठीक उसी तरह बैकलिंक बनाने से ले कर उससे ट्रैफिक मिलने तक एक लम्बी समय लगता है,जो शायद आपकी धेर्य कि परीक्षा भी लेे सकता है।

अभी तक तो उदहारण से आप समझ गए होंगे कि Backlink कि Theory क्या है,अब समझते हैं कि आखिर बैकलिंक की तकनीकी परिभाषा क्या है।

Backlink क्या है?


किसी एक वेबसाइट की किसी अन्य दूसरे वेबसाइट में Embedded या Hyperlink URL को ही पहली वेबसाइट कि Backlink कहते हैं।

Backlink बनाना उसे ही कहां जाता है जब किसी एक वेबसाइट कि URL को मैनुअली किसी दूसरे वेबसाइट में किसी Text में हाइपर्लिंक करके या Link कि रूप में रखा जाता है।

जबकि अगर किसी वेबसाइट का URL उसी वेबसाइट में टेक्स्ट या लिंक के रूप में रखा गया हो।तो उसे Inter Linking कहां जाएगा।

यहां ध्यान देने वाले बात है कि अगर दूसरी वेबसाइट जिसमें उस Link को दिया गया है वो उस लिंक को हटा दे तो ये Backlink ख़तम हो जाएगा।

इसीलिए Backlink तभी कहलाएगा जब दूसरी वेबसाइट वो URL अपने साइट में रखेगा Hyperlink या Link के रूप में।

Backlink कितने तरह का होता है?


SEO के दृष्टिकोण से Backlink दो तरह के होते है।
जिसमें एक होता है Dofollow Backlink ओर एक Nofollow बैकलिंक।

वैसे तो बोहोत से लोग ये Dofollow Backlink नहीं बनाते हैं।

जी हां बो सोचते हैं Backlink बनाने से वो Dofollow हो जाता है।
लिकिन ऐसा नहीं होता।

ऐसे भी लोग जो नए नए ब्लॉगिंग में आए हैं उनको शायद ये पता नहीं होता कि आखिर ये Dofollow ओर Nofollow बैकलिंक क्या होता है।

असल में ये कुछ नहीं ये एक Html Tag है,तो चलिए Dofollow ओर Nofollow के बारे में बारीकी से समझते है।

Dofollow Backlink क्या होता है?


किसी वेबसाइट की लिंक किसी अन्य वेबसाइट में है Embedded,तो ये Dofollow भी हो सकता है ओर Nofollow भी।

जैसे कि मैंने पहले बताया ये ओर कुछ नहीं बल्कि एक Html tag है, जो आप Html में देख सकते हैं।

एक उदहारण से समझते हैं:
एक टेक्स्ट है "Google" जिसमें लिंक एंबेड किया गया है।
अब अगर इसको आप Html में देखेंगे तो आपको इस तरह दिखाई देगा

<a href="http://www.google.com/" rel="nofollow">Google</a>

अब अगर इसमें "rel" टैग जोड़ दिया जाए तो ये सर्च इंजन को एक instruction दे देता है।जिसमें अगर लिखा हो Dofollow,इसका मतलब सर्च इंजन उस लिंक को Follow कर सकता है।

ऐसे में बैकलिंक में भी ये rel tag एचटीएमएल में दिया जाता है,जिससे ये डिपेंड करता है कि कोई सर्च इंजन उस लिंक को फॉलो करेगा या नहीं।

ऐसे में Dofollow Backlink सरल परिभाषा होता है “एक ऐसा बैकलिंक जिसको सर्च इंजन फॉलो कर सकता है"।

सर्च इंजन फॉलो करेगा तो ये आपके साइट के लिए भी अच्छा होगा जिसको इस आर्टिकल में हम आगे विस्तार पूर्वक पड़ेंगे।

Nofollow Backlink क्या है?


अब अगर उस link में(उसकी html में) rel tag Nofollow जुड़ा गया हो तो URL को सर्च इंजन फॉलो नहीं कर सकता।

ऐसे में Backlink में भी ये Nofollow टैग लगाया जाता है,जिससे सर्च इंजन को ये इंस्ट्रक्शन दी जा सके कि इस URL को Follow ना करे।

Nofollow Backlink को भी संक्षेप में परिभाषित किया जा सकता है।जैसे
“ये एक ऐसा बैकलिंक है जिसको सर्च इंजन Follow नहीं कर सकता।”

चाहे Dofollow हो या Nofollow हर बैकलिंक की कोई ना कोई खासियत होता है।तो चलिए जानते हैं आगे की जानकारी

Backlink क्यूं जरूरत होता है?


जैसे कि Dofollow ओर Nofollow क्या है में बताया गया कि Dofollow को सर्च इंजन फॉलो कर सकता है ओर Nofollow को सर्च इंजन नहीं फॉलो कर सकता है।

Dofollow Backlink कि खासियत


ऐसे में अगर आपने Dofollow Backlink बनाते हैं अपने साइट के।
तब सर्च इंजन आपके साइट के यूआरएल आसानी से फॉलो कर सकता है,जिससे तीन महत्वपूर्ण फायदे आपके साइट का हो सकता है -
  1. आपके साइट कि Ranking बढ़ सकती है।
  2. आपके साइट जल्दी जल्दी इंडेक्स हो सकता है।
  3. ओर तो ओर अगर आपने ऐसे किसी जगह पर Dofollow Backlink बनाया है,जिसको कोई भी Access कर सकता है तो उससे आपके साइट में रेफरल ट्रैफिक भी आ सकता है।

साइट कि कोई आर्टिकल का Dofollow बैकलिंक से भी समान फायदा मिलता है।

Nofollow बैकलिंक की खासियत


अगर बात करें Nofollow कि तो इसमें आपका site के यूआरएल को डायरेक्ट रैंकिंग ओर इंडेक्सिंग के फायदा नहीं मिलता।क्योंकि इसमें सर्च इंजन आपके यूआरएल को फॉलो नहीं कर रहा होता है।

लिकिन इसमें आपके साइट में रेफरल ट्रैफिक आ सकता है।
मेरे Experience के अनुसार ज्यादातर बैकलिंक आपको Nofollow ही मिलेंगे।

बोहोत से साइट ये rel में Nofollow ही करके रखते हैं।ऐसे में उस साइट में बनने वाली बैकलिंक Nofollow ही होता है।

Nofollow बैकलिंक अधिक मात्रा से ट्रैफिक आ सकता है।

अब अगर ट्रैफिक अच्छी खासी आ जाता है, तब आपकी आर्टिकल की indexing ओर Ranking दोनों ही जल्दी हो जाता है।

इस तरह Nofollow Backlink डायरेक्टली तो नहीं बल्कि इंडायेक्टली आपके साइट कि रैंकिंग में बढ़ोतरी कर सकती है।

इसलिए Backlink चाहे जो भी हो आपके साइट को Index ओर प्रारंभिक ट्रैफिक पाने के लिए इससे बड़ी ओर कोई SEO नहीं है।

लिकिन जैसे मैंने सबसे पहले बताया था कि ये एक बीज की तरह ही होता है जिससे पेड़, ओर पेड़ से फल पाने में समय लगता है।
इसी तरह Backlink बनाने के बाद उससे ट्रैफिक पाने में कुछ समय अवश्य लगता ही है।

Conclusion


आशा है आप सबको इस आर्टिकल को पढ़के बैकलिंक के बारे में सारे कन्फ्यूजन जैसे बैकलिंक क्या है,बैकलिंक कितने तरह के होता है,Dofollow ओर Nofollow बैकलिंक क्या होता है,बैकलिंक क्विं जरूरी होता है आदि आपको अच्छी तरीके समझ में आ गया होगा।

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आज के लिए इतने ही आपसे फिर मुलाकात होगा एक नए ओर नॉलेजफुल पोस्ट के साथ।
तब तक के लिए खुश रहिए,मजे में रहिए।
                          जय हिन्द
                              बंदे मातरम